रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में रूद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड में हुए भूस्खलन के मलबे से बचावकर्मियों ने दो और शव बरामद किये जिससे इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ कर सात हो गयी है। केदारनाथ के रास्ते में चार अगस्त को हुए भूस्खलन में गौरीकुंड में तीन दुकानें मलबे के साथ बह गईं थीं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
रुद्रप्रयाग आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि इस घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है, जबकि 16 अन्य लोग अब भी लापता हैं।
अधिकारी ने बताया कि शवों की पहचान 25 वर्षीय महिला अनीता बोहरा और आठ वर्षीय लड़के जटिल के रूप में की गई है।
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उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और यात्रा प्रबंधन बल की ओर से बचाव अभियान नौवें दिन भी जारी है।
उन्होंने बताया कि रुक-रुक कर हो रही बारिश और पहाड़ियों से गिरते पत्थरों के कारण बचाव प्रयासों में बाधा आ रही है।
उन्होंने बताया कि भूस्खलन से डाट पुलिया के पास बरसाती झरने के निकट और मंदाकिनी नदी से लगभग 50 मीटर ऊपर दुकानें बह गईं। यह नदी उफान पर थी।
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अधिकारी ने बताया कि सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच लगभग छह किलोमीटर का इलाका भूस्खलन के लिहाज से अत्यधिक संवेदनशील है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहले अधिकारियों को घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए थे।
धामी ने उन सभी स्थलों के लिए अलर्ट जारी करने को कहा जहां नदियों एवं धाराओं में बाढ़ आने की आशंका है। उन्होंने भूस्खलन के लिहाज से संवेदनशील स्थलों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का अधिकारियों को निर्देश दिया।