भारत की बल्लेबाजी शुरू, रोहित शर्मा-शुभमन गिल क्रीज पर
भारत की बल्लेबाजी शुरू हो गयी है. रोहित शर्मा और शुभमन गिल सलामी बल्लेबाज के रूप में क्रीज पर मौजूद हैं. पाकिस्तान की ओर से गेंदबाजी की शुरुआत शाहीन शाह अफरीदी कर रहे हैं. भारत को यह मुकाबला जीतने के लिए एक बड़ा स्कोर पोस्ट करना होगा और इसके बाद भारतीय गेंदबाजों को भी दमदार प्रदर्शन करना होगा.
पिच पर नमी का फायदा उठाना चाहता है पाकिस्तान
टॉस के बाद पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने कहा कि हम पहले गेंदबाजी करने जा रहे हैं. पिच में थोड़ी नमी है, हम उसका फायदा उठाना चाहेंगे. भारत पाकिस्तान का मैच हाई प्रोफाइल होता है. हम इस समय केवल एक मैच पर फोकस कर रहे हैं.
बेहतर तैयारी के साथ आई है टीम इंडिया : रोहित
कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस के बाद कहा कि हमें तैयारी के लिए काफी समय मिला है. पिछले मैच में हमारा प्रदर्शन शानदार रहा, इससे आत्मविश्वास बढ़ा है. हम बेहतर ढंग से खेलेंगे और पहले बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हैं. दो बदलाव किये गये हैं जसप्रीत बुमराह को लाया गया है. श्रेयस अय्यर की पीठ में ऐंठन है, जिसकी वजह से केएल राहुल को अंदर लाया गया है.
पाकिस्तान की प्लेइंग इलेवन
फखर जमान
इमाम-उल-हक
बाबर आजम (कप्तान)
मोहम्मद रिजवान (विकेटकीपर)
आगा सलमान
इफ्तिखार अहमद
शादाब खान
फहीम अशरफ
शाहीन अफरीदी
नसीम शाह
हारिस रऊफ
भारत की प्लेइंग इलेवन
रोहित शर्मा (कप्तान)
शुभमन गिल
विराट कोहली
केएल राहुल
इशान किशन (विकेटकीपर)
हार्दिक पंड्या
रवींद्र जडेजा
शार्दुल ठाकुर
कुलदीप यादव
जसप्रीत बुमराह
मोहम्मद सिराज
पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का किया फैसला
कोलंबो के आर प्रेमादास स्टेडियम में पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया है. भारत ने केएल राहुल को मौका दिया है. वह श्रेयस अय्यर की जगह टीम में हैं. ईशान किशन को भी प्लेइंग इलेवन में रखा गया है. भारत पहले बल्लेबाजी करेगी तो यह देखना मजेदार होगा कि टीम के शीर्ष बल्लेबाज पाकिस्तान के स्टार पेसर शाहीन शाह अफरीदी का सामना कैसे करते हैं. ग्रुप चरण में पिछली बार जब दोनों टीमों की भिड़ंत हुई थी तब बारिश की वजह से वह मुकाबला धुल गया था. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ईशान किशन के 82 रन और हार्दिक पांड्या के 87 रन की मदद से 266 रन बनाए थे. लेकिन बारिश की वजह से दूसरी पारी का एक भी गेंद नहीं फेंका जा सका और दोनों टीमों को एक-एक अंक से संतोष करना पड़ा.