Govinda
बॉलीवुड एक्टर गोविंदा इन दिनों भले ही फिल्मों से दूर है, लेकिन रियलिटी शोज में वो अक्सर नजर आते हैं. इसके अलावा एक्टर सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट के जरिए फैंस से जुड़े रहते है.
Govinda
गोविंदा इस समय किसी फिल्म को लेकर चर्चा में नहीं है. दरअसल, एक्टर ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओडब्ल्यू) 1000 करोड़ रुपये के ऑनलाइन पोंजी घोटाले के सिलसिले में उनसे पूछताछ कर सकती है.
Govinda
अधिकारियों के अनुसार, सोलर टेक्नो अलायंस ने कई देशों में अवैध क्रिप्टो निवेश के नाम पर एक ऑनलाइन पोंजी घोटाला चलाया. इस कंपनी को कथित तौर पर गोविंदा द्वारा प्रचारित और समर्थित किया गया था.
Govinda
इस पर गोविंदा के मैनेजर शशि सिन्हा ने ईटाइम्स को सफाई दी है. शशि सिन्हा ने स्पष्ट किया है कि मीडिया में आधी-अधूरी खबर प्रसारित की गई है और अभिनेता का इससे कोई लेना-देना नहीं है.
Govinda
शशि सिन्हा ने कहा, “गोविंदा का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. गोविंदा एक कार्यक्रम के लिए एक एजेंसी के माध्यम से गए थे और लौट आए। हमें इसके व्यवसाय या ब्रांडिंग से कोई लेना-देना नहीं है. सभी आधी-अधूरी खबरें मीडिया में प्रकाशित हुई हैं.”
Govinda
ईओडब्ल्यू की पुलिस उपाधीक्षक सस्मिता साहू ने बताया कि, ‘‘हम ईओडब्ल्यू के सामने पूछताछ के वास्ते गोविंदा को समन भेज सकते हैं या इस सिलसिले में मुंबई टीम भेजी जा सकती है.’’
Govinda
सस्मिता ने जानकारी दी कि, बताया कि गोविंदा ने इस साल जुलाई में गोवा में आयोजित एसटीए के विशाल कार्यक्रम में हिस्सा लिया था और कुछ वीडियो में कंपनी का प्रचार किया था.सस्मिता साहू ने बताया कि ईओडब्ल्यू गोविंदा को संदिग्ध या आरोपी नहीं मान रही है. वहीं, एक अन्य अधिकारी ने बताया कि कंपनी के प्रचार में गोविंदा की भूमिका वीडियो से साबित हुई है.
Govinda
उन्होंने कहा, ‘‘अगर ईडब्ल्यूओ यह पाती है कि गोविंदा की भूमिका करार के तहत महज (एसटीए-टोकन ब्रांड) के उत्पादों के प्रचार तक सीमित थी तो उस स्थिति में हम उन्हें मामले में गवाह बनाएंगे.’’
Govinda
ईओडब्ल्यू के महानिरीक्षक जेएन पंकज ने ईटाइम्स को बताया कि, ‘फिल्म निर्माता गोविंदा की जांच के लिए हम जल्द ही एक टीम मुंबई भेजेंगे. उन्होंने जुलाई में गोवा में एसटीए के भव्य कार्यक्रम में भाग लिया और कुछ वीडियो में कंपनी का प्रचार करते देखा गया.
Govinda
Govinda7 अगस्त 2023 को ओडिशा आर्थिक अपराध शाखा ने कंपनी के मालिक और घटना के मुख्य आरोपी गुरतेज सिद्धू और उसके सहयोगी निरोद दास को गिरफ्तार कर लिया. भुवनेश्वर स्थित निवेश सलाहकार रत्नाकर पलाई को 17 अगस्त को सिद्धू के साथ कथित संबंधों के लिए गिरफ्तार किया गया था.